अग्रणी इंफ्रा-कंस्ट्रक्शन कंपनी का शेयर इनट्रा-ट्रेड़ में अपने पिछले बंद भाव 928.60 रूपये से 2 प्रतिशत गिरकर 920.05 रूपये पर बुधवार को चला, इसके बावज़ूद कंपनी को एचडीएफसी सिक्योरिटीज से “खरीद” की सिफारिश मिली है।
बाज़ारी पूंजीकरन 6,200.38 करोड़ रूपये के साथ “एच.जी. इन्फ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड” के शेयर अपने पिछले बंद भाव 926.15 रूपये से 1.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 916.1 रूपये पर चल रहे हैं।
अगर इस कंपनी के ऑपरेशन राजस़्व के बात करे तो वित्तीय वर्ष 2023 में इसका राजस़्व 1,185 करोड़ रूपये से 7 प्रतिशत बढ़कर वित्तीय वर्ष 2024 में 1,365 करोड़ रूपये हो गया है लेकिन इसका शुद्ध लाभ 131 करोड़ रूपये से 22 प्रतिशत घटकर 102 करोड़ रुपये हो गया है ।
भारत के जाने-माने ब्रोकरेज में से एक एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने 1338 रुपये के लक्ष्य मूल्य के साथ इंफ्रा स्टॉक पर ‘बाय‘ कॉल दिया, जो गुरुवार के 926.15 रुपये प्रति शेयर के बंद भाव से 45 प्रतिशत की संभावित बढ़त का संकेत देता है।
यहां नीचे तेजी के ऊपर की ओर लक्ष्य का कारण दिया गया है :
तिमाही वित्तीय वर्ष 2024 इस कंपनी ने अनुमानों को पार करते हुए ₹ 13.5 बिलियन (19% सालाना, 55%तिमाही) के राजस्व के साथ मजबूत फाइनेंशियल परफॉर्मेंस प्रदर्शित किया। विशेष रूप से, ₹2.1 बिलियन (13.2% सालाना, 55% तिमाही) पर ईबीआईटीडीए अपेक्षाओं से अधिक है, जिसके परिणामस्वरूप 15.9% का मार्जिन है. कंपनी ने ₹ 1.1 बिलियन का असाधारण लाभ दर्ज किया।
अगर हम दिसबंर माह से कंपनी का आर्डर बुक देखे तो उसने अपने मजबूत विविधीकरण का प्रदर्शन करते हुए खुद को 96.3 बिलियन रूपये तक पहुंचा दिया है। इनके सरकारी/निजी ऑर्डर 73/27%, में 51% ईपीसी, 37% एचएएम और 12% रेलवे ऑर्डर के साथ योगदान हैं। उत्तर प्रदेश भौगोलिक रूप से आगे बढ़ता हुआ है, और वित्तीय वर्ष 2024 में उससे ₹50-60 बिलियन ऑर्डर प्रवाह की उम्मीद है।
तीसरे तिमाही में, इस कंपनी ने कानपुर सेंट्रल रेलवे परियोजना के लिए नियत तिथि प्राप्त की, महाराष्ट्र पीसीकेजी (Pckg)-7 ईपीसी परियोजना के लिए पूर्णता प्रमाण पत्र प्राप्त किया, और रेवाली अटेली मंडी हैम परियोजना के लिए स्नेहमीन प्राप्त किया। चोथे तिमाही वित्तीय वर्ष 2024 तक वाराणसी-रांची-कोलकाता पीसीकेजी -13 और 10 परियोजनाओं के लिए ऐडी प्राप्त करने का अनुमान है।
दिसबंर माह में कंपनी का स्टैंडअलोन सकल/नेट डेट सितंबर’23 में रु. 6/4.8 बिलियन से घटकर रु. 4.7/3.3 बिलियन हो गया. एचएएम परियोजनाओं के लिए, 13.3 बिलियन रुपये की कुल इक्विटी आवश्यकता मौजूद है; जिसमें 6 अरब रुपये पहले ही डाले जा चुके हैं।
30 सितबंर 2023 तक कंपनी की आर्डर बुक 1,06,782 मिलीयन रूपये तक पहुंच गई हैं। वित्तीय वर्ष 2022-23 में कंपनी की गियरिंग 0.28 गुना थी ताकि टर्म लोन में वृद्धि के कारन 2,874 मिलियन रुपये के महत्वपूर्ण निवेश को निधि दे सके।
इसके अलावा कंपनी अपने प्रोजेक्ट पोर्टफोलियो में नॉन-रोड प्रॉजेक्ट्स को जोड़ने पर भी काम कर रही है और उसे उम्मीद है कि अगले दो-तीनसाल में नॉन-रोड प्रॉजेक्ट्स उसकी ऑर्डर बुक में बीस-पच्चीस प्रतिशत होंगे।
Written by – Uddeshya Agrawal
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