हमारा भारत देश पूरे विश्व में सीमेंट उत्पादन में दूसरे पायदान पर है, यह वैश्विक स्थापित क्षमता में 7% से अधिक का योगदान देता है। नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2012 से वित्तीय वर्ष 2023 तक, भारत ने अपनी सीमेंट क्षमता में उल्लेखनीय 61 प्रतिशत वृद्धि किया है, जो विततीय वर्ष 2022 में 353 मिलियन से 570 मिलियन मीट्रिक टन तक पहुंच गया है।
यह अनुमान लगाया जा रहा है कि, वित्तीय वर्ष 2027 के समापन तक हमारा सीमेंट क्षेत्र का उत्पादन चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर से 4-5 प्रतिशत बढ़ जाएगा।
अनुमान है कि वित्तीय वर्ष 2024 में सीमेंट क्षेत्र में 7-8 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होगी क्योंकि बुनियादी ढांचे और बड़े पैमाने पर आवासीय परियोजनाएं पर बन रही हैं जिससे विशेष सीमेंट उद्योग में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) प्रवाह बढ़ते हुए एवं सीमेंट और जिप्सम उत्पादों के निर्माण को शामिल करते हुए, अप्रैल 2000 और सितंबर 2023 के बीच $5.50 बिलियन तक पहुंच गया।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) देश के बाहर के वे निवेशक हैं जो किसी विशेष देश के शेयर बाजार में निवेश करते हैं और उस देश के बाजार चालकों के रूप में जाने जाते हैं। क्योंकि वे पर्याप्त बाजार निवेश करते हैं, जो शेयरों को किसी भी दिशा में जाने का संकेत देता है। इसके अलावा, यह समग्र बाजार गतिविधियों पर भी अंतर्दृष्टि रखता है जिसके परिणामस्वरूप, बाजार सहभागियों के लिए एफआईआई खरीद की निगरानी करना महत्वपूर्ण है।
नीचे ऐसे ही 3 सीमेंट स्टॉक्स दिए गए है जिनमें एफआईआई तिमाही वर्ष 2024 में 2.76 प्रतिशत बढ़ी हैं–
अलट्राटेक सीमेंट
इस कंपनी का बाजारी पूंजीकरन 2,91,415 करोड़ रूपये है और सोमवार को इसके स्टॉक ने अपने पिछले बंद भाव 9945.75 रूपये से 0.12 प्रतिशत की बढ़त बनाते हुए 9958 रूपये पर बाजार में चल रहे है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने इस कंपनी में अपनी 1.55 प्रतिशत की हिस्सेदारी बढ़ा दी है इसका मतलब दूसरे तिमाही वित्तीय वर्ष 2024 से 16.65 प्रतिशत बढ़कर तिमाही वित्तीय वर्ष 2024 में 18.20 प्रतिशत हो गई है। इनके प्रमोटरो के पास 59.96 प्रतिशत हिस्सॆदारी है और इनके खुदरा निवेशको के पास 7.95 प्रतिशत।
इस स्टॉक ने पिछले 6 महीनों में 24 प्रतिशत का और पिछले साल 39 प्रतिशत तक का रिटर्न दिया है। अगर इसके राज़स्व की बात करे तो पिछले वित्तीय तिमाही वर्ष 2023 से 15,521 करोड़ रूपये से 8 प्रतिशत बढ़कर अगले तिमाही वर्ष 2024 में 16,740 करोड़ रूपये हो गई है एवं इसका निवल लाभ भी 1,063 करोड़ रूपये से 67 प्रतिशत बढ़कर 1,775 करोड़ रूपये हो गई है ।
अल्ट्राटेक के पास 138.39 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) ग्रे सीमेंट की समेकित क्षमता है। अल्ट्राटेक की 23 एकीकृत विनिर्माण इकाइयां, 28 ग्राइंडिंग इकाइयां, एक क्लिंकराइजेशन यूनिट, और 8 बल्क पैकेजिंग टर्मिनल है, व्हाइट सीमेंट सेगमेंट में ये , अल्ट्राटेक ब्रांड नाम बिड़ला व्हाइट के तहत बाजार में जाती है।
यह ग्रे सीमेंट ,रेडी मिक्स कंक्रीट (आरएमसी), और व्हाइट सीमेंट की भारत में सबसे बड़ी उत्पादक है , यह चाईना को छोड़कर पूरे विश्व में तीसरे पायदान पर हैं।
अभी हाल में ही कंपनी के निदेशक मंडल ने अपनी क्षमता में 2.19 करोड़ टन अतिरिक्त वृद्धि के लिए 13,000 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी है।
जे.के. सीमेंट लिमेटेड़
इस कंपनी का बाजारी पूंजीकरण 30,787 करोड़ रूपये है आज इनका शेयर अपने पिछले बंद भाव 4231.25 रूपये से 0.52 प्रतिशत बढ़कर 4253.25 रूपये हो गया है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने इस कंपनी में अपनी 0.85 प्रतिशत की हिस्सेदारी बढ़ा दी है इसका मतलब दूसरे तिमाही वित्तीय वर्ष 2024 से 14.40 प्रतिशत बढ़कर तिमाही वित्तीय वर्ष 2024 में 15.25 प्रतिशत हो गई है। इनके प्रमोटरो के पास 59.96 प्रतिशत हिस्सॆदारी है और इनके खुदरा निवेशको के पास 45.70 प्रतिशत।
इनका ऑपरेशन राज़स्व 2,436 करोड़ रूपये से 20 प्रतिशत बढ़कर 2,935 करोड़ रूपये हो गया है एवं इसका निवल लाभ भी 37 करोड़ रूपये से 667 प्रतिशत बढ़कर 284 करोड़ रूपये हो गया है । इस स्टॉक ने इन 6 महीनों में 35 प्रतिशत और पिछले साल 53 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
कंपनी के पास 20 मिलियन मीट्रिक टन की ग्रे सीमेंट क्षमता स्थापित है, और 1.20 मिलियन मीट्रिक टन की कुल सफेद सीमेंट क्षमता है, और 1.2 मिलियन मीट्रिक टन की दीवार पुट्टी क्षमता है। जेके व्हाइट सीमेंट दुनिया भर के 43 देशों में अपने उत्पाद बेचती है और कंपनी की दो सब्सिडी, जेके सीमेंट वर्क्स फुजैरा एफजेडसी और जेके व्हाइट सीमेंट (अफ्रीका) के साथ एक मजबूत अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति है। कंपनी 20 मिलियन मीट्रिक टन की ग्रे सीमेंट उत्पादन क्षमता का दावा करती है।
कसोरम इंडिस्ट्रीज लिमेटेड़
इस कंपनी का बाजारी पूंजीकरण 5,290.95 करोड़ रूपये है आज इनका शेयर अपने पिछले बंद भाव 169.25 रूपये से 0.62 प्रतिशत बढ़कर 170.3 रूपये पर चल रहा है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने इस कंपनी में अपनी 2.76 प्रतिशत की हिस्सेदारी बढ़ा दी है इसका मतलब दूसरे तिमाही वित्तीय वर्ष 2024 से 4.42 प्रतिशत बढ़कर तिमाही वित्तीय वर्ष 2024 में 7.18 प्रतिशत हो गई है। इनके प्रमोटरो के पास 43.40 प्रतिशत हिस्सॆदारी है और इनके खुदरा निवेशको के पास 36.01 प्रतिशत।
अगर इसके राज़स्व की बात करे तो पिछले वित्तीय तिमाही वर्ष 2023 से 986 करोड़ रूपये से 2.5 प्रतिशत बढ़कर अगले तिमाही वर्ष 2024 में 961 करोड़ रूपये हो गया है एवं इसका निवल लाभ भी 48 करोड़ रूपये से 49 करोड़ रूपये हो गई है ।
इस स्टॉक ने इन 6 महीनों में 95 प्रतिशत और पिछले साल 199 प्रतिशत तक का रिटर्न दिया है। केसोराम के सीमेंट व्यवसाय में सेदाम (कर्नाटक) और बसंतनगर (तेलंगाना) में 2 एकीकृत सीमेंट इकाइयां शामिल हैं, जिनकी कुल क्षमता 10.75 एमटीपीए है। इस कुल क्षमता में से, 8.50 एमटीपीए क्लिंकर-समर्थित है और 2.25 एमटीपीए अधिशेष पीसने की क्षमता है।
Written By – Uddeshya Agrawal
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