म्यूचुअल फंड एक निवेश वाहन हैं जो स्टॉक, बॉन्ड या अन्य प्रतिभूतियों के विविध पोर्टफोलियो खरीदने के लिए कई निवेशकों से पैसा जमा करते हैं।
नीचे कुछ स्टॉकस दिए गए हैं जिसमें म्यूचुअल फंड कंपनी ने इस तिमाही वित्तीय वर्ष 2024 में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है जिससे यह पता चलता है कि वे इन कंपनीयों के प्रदर्शन एवं भविष्य के दृष्टिकोण के बारे में सकारात्मक और आश्वस्त हैं।
पेट्रोनेट एलएनजी –
पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड (पीएलएल) की स्थापना 1998 में भारत के चार तेल और गैस दिग्गजों जैसे : गेल (इंडिया) लिमिटेड (गेल), ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी), इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में की गई थी।
इस कंपनी का बाजारी पूंजीकरन 39,427 करोड़ रूपये हैं एवं इनके शेयर, बाज़ार में अपने पिछले भाव 282.9 रूपये से 0.64 प्रतिशत की बढ़त बनाकर 282.9 रूपये पर चल रहे हैं ।
इनका परिचालन से राजस्व वित्तीय वर्ष 2022 में 43,169 करोड़ रूपये 38.76 प्रतिशत बढ़कर वित्तीय वर्ष 2023 में 59,899 करोड़ रूपये हो गया है एवं इसका मुनाफा 3,352 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,240 करोड़ रुपये हो गया है।
इस तिमाही वित्तीय वर्ष 2024 में म्यूचुअल फंड कंपनी ने इसमें अपनी हिस्सेदारी बढ़ाते हुए 4.84 प्रतिशत से 9.92 प्रतिशत बढ़ा दी हैं अर्थात 5.08 प्रतिशत ज़्यादा।
नवीनतम शेयरधारिता उपलब्ध डेटा दिसंबर 2023 तिमाही के अनुसार, कंपनी के प्रमोटरों के पास 50 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसमें घरेलू संस्थागत निवेशकों के पास 10.95 प्रतिशत एवं विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के पास 26.82 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
बैंक आफ इंडिया –
बैंक ऑफ इंडिया बैंकिंग सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करने के व्यवसाय में लगी हुई है और बैंक के परिचालन खंडों में ट्रेजरी, कॉर्पोरेट / थोक बैंकिंग, खुदरा बैंकिंग और अन्य बैंकिंग संचालन शामिल हैं।
इसका बाजारी पूंजीकरन 69,018 करोड़ रूपये है एवं इनके शेयर का मूल्य अपने पिछले बंद भाव 137.35 रूपये से 4.51 प्रतिशत बढ़कर 143.55 रुपये चल रहा है बाजार में।
इनका परिचालन से राजस्व पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में 38,281 करोड़ रूपये से 25.21 प्रतिशत बढ़कर 47,932 करोड़ रूपये हो गया है एवं इसका निवल लाभ 3,487 करोड़ रूपये से बढ़कर 3,839 करोड़ रूपये हो गया है ।
इस तिमाही वित्तीय वर्ष 2024 में म्यूचुअल फंड कंपनी ने इसमें अपनी हिस्सेदारी बढ़ाते हुए 1.23 प्रतिशत से 3.03 प्रतिशत बढ़ाते हुए 4.26 प्रतिशत कर दी है ।
नवीनतम शेयरधारिता उपलब्ध डेटा दिसंबर 2023 तिमाही के अनुसार, कंपनी के प्रमोटरों के पास 63.75 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसमें घरेलू संस्थागत निवेशकों के पास 7.99 प्रतिशत एवं विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के पास 3.27 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड-
यह एक नवरत्न केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र है जो उद्यम माल और यात्रियों के परिवहन के व्यवसाय में लगे हुए हैं।
इनका बाजारी पूंजीकरन 8,074.64 करोड़ रूपये है ओर इनके शेयर अपने पिछले बंद भाव 253.9 रूपये से 0.71 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 252.1 रूपये पर चल रहे है।
इसके परिचालन राजस्व में वित्तीय वर्ष 2022 में 4,988 करोड़ रूपये से 16.16 प्रतिशत बढ़कर 5,794 करोड़ रूपये हो गए एवं इसका निवल लाभ 861 करोड़ रूपये से बढ़कर 870 करोड़ रूपये हो गया है ।
इस तिमाही वित्तीय वर्ष 2024 में म्यूचुअल फंड कंपनी ने इसमें अपनी हिस्सेदारी बढ़ाते हुए 0.81प्रतिशत से 2.5 प्रतिशत बढ़ाते हुए 3.31 प्रतिशत कर दी है ।
नवीनतम शेयरधारिता उपलब्ध डेटा दिसंबर 2023 तिमाही के अनुसार, कंपनी के प्रमोटरों के पास 63.75 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसमें घरेलू संस्थागत निवेशकों के पास 7.99 प्रतिशत एवं विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के पास 3.27 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
महानगर गैस –
यह कंपनी एक प्राकृतिक गैस वितरण कंपनी है जो सीएनजी (संपीड़ित प्राकृतिक गैस) और पीएनजी (पाइप्ड प्राकृतिक गैस) के प्रमुख वितरकों में से एक है जो मुंबई, शहरी ठाणे, इसके आस-पास के क्षेत्रों और रायगढ़ में इसका वितरन करती है।
इनका बाजारी पूंजीकरन 14,688 करोड़ रूपये है ओर इनके शेयर अपने पिछले बंद भाव 1480.95 रूपये से 0.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1486.8 रूपये पर चल रहे है।
इसके परिचालन राजस्व में वित्तीय वर्ष 2022 में 3,560 करोड़ रूपये से 77 प्रतिशत बढ़कर अगले वित्तीय वर्ष 2023 में 6299 करोड़ रूपये हो गए एवं इसका निवल लाभ 597 करोड़ रूपये से बढ़कर 790 करोड़ रूपये हो गया है ।
इस तिमाही वित्तीय वर्ष 2024 में म्यूचुअल फंड कंपनी ने इसमें अपनी हिस्सेदारी बढ़ाते हुए 1.70 प्रतिशत से 2.28 प्रतिशत बढ़ाते हुए 3.98 प्रतिशत कर दी है ।
नवीनतम शेयरधारिता उपलब्ध डेटा दिसंबर 2023 तिमाही के अनुसार, कंपनी के प्रमोटरों के पास 32.50 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसमें घरेलू संस्थागत निवेशकों के पास 17.23 प्रतिशत एवं विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के पास 30.85 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
Written By – Uddeshya Agrawal
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