विदेशी संस्थागत निवेशको के द्वारा किए गए निवेश के रिकॉर्ड को विभिन्न बाजाऱ विशेशज्ञों के द्वारा ट्रैक किया जाता है, इससे खुदरा निवेशकों का विश्वास शेयर बाज़ार में बढ़ता है।

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नीचे  ‘ऑयल एंड गैस’ सेक्टर के तहत चार स्टॉक दिए गए हैं जिनमें विदेशी संस्थागत निवेशको ने तीसरे तिमाही वित्तीय वर्ष 2024 में अपनी हिस्सेदारी 12.82 प्रतिशत तक बढ़ा दी है :

इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड 

बाज़ार पूंजीकरण 2,02,639 करोड़ रूपये के साथ इस कंपनी के स्टॉक ने , अपने पिछले बंद 173.95 रुपये से वर्तमान में 2.18 % की बढ़त बनाकर 177.75 रुपये पर चल रही है ।

इसके नवीनतम शेयरधारिता डेटा को देखने के बाद, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 1 प्रतिशत तक बढ़ा दी, जिससे सितंबर 2023 तिमाही के दौरान 7.84 प्रतिशत होल्डिंग से दिसंबर 2023 तिमाही के दौरान 8.84 प्रतिशत होल्डिंग तक बढ़त बनी है

अगर इस कंपनी के पिछले एक साल का प्रदर्शन देखे तो कंपनी के स्टॉक ने अपने धारकों को 120 प्रतिशत का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है, यानी की अगर किसी व्यक्ति ने अपना 1 लाख रूपया एक साल पहले इन्वेस्ट किया होगा तो अब वह ₹2.20 लाख में परिवर्तित हो गया होगा।

मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड –  

ये कंपनी कच्चे तेल की रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल व्यवसाय आदि के कारोबार में सलंग्न है । इसका  बाज़ारी पूंजीकरण 30,679 करोड़ रूपये है । ये वर्तमान में 192.0 रुपये पर कारोबार कर रहे ही है जो पिछले बंद 197.0 रुपये की तुलना में लगभग 2.54 प्रतिशत नीचे है ।

इसके नवीनतम शेयरधारिता डेटा को देखने के बाद, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने इस कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 1.01 प्रतिशत तक बढ़ा दी, जिससे यह सितंबर 2023 तिमाही के दौरान 1.54 प्रतिशत होल्डिंग से बढ़कर दिसंबर 2023 तिमाही में 2.55 प्रतिशत होल्डिंग तक हो गई।

अगर इस कंपनी के पिछले एक साल का प्रदर्शन देखे तो कंपनी के स्टॉक ने अपने धारकों को 255 प्रतिशत का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है, यानी की अगर किसी व्यक्ति ने अपना 1 लाख रूपया एक साल पहले इन्वेस्ट किया होगा तो अब वह ₹3.55 लाख में परिवर्तित हो गया होगा।

चेन्नई पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड –

ये कंपनी विभिन्न पेट्रोलियम उत्पादों का उत्पादन और आपूर्ति करने के लिए कच्चे तेल को परिष्कृत करने के कारोबाऱ में संलग्न हैं । इनका बाज़ारी पूंजीकरण 12,623 करोड़ रूपये है और वर्तमान में अपने पिछले बंद 932.35 रूपये से -3.0 प्रतिशत नीचे 904.4 रूपये पर चल रही है ।

इसके नवीनतम शेयरधारिता डेटा को देखने के बाद, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने इस कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 3.33 प्रतिशत तक बढ़ा दी, जिससे यह सितंबर 2023 तिमाही के दौरान 11.37 प्रतिशत होल्डिंग बढ़कर दिसंबर 2023 तिमाही के दौरान 14.70 प्रतिशत होल्डिंग तक हो गई ।

अगर इस कंपनी का पिछले एक साल का प्रदर्शन देखे तो कंपनी के स्टॉक ने अपने धारकों को 284 प्रतिशत मल्टीबैगर रिटर्न दिया है, यानी अगर किसी व्यक्ति ने इस कंपनी में 1 लाख रूपया इनवेस्ट किया है तो उसे 3.84 लाख़ रूपये का रिटर्न मिलेगा ।

डॉल्फिन ऑफशोर एंटरप्राइजेज (इंडिया) लिमिटेड –

ये कंपनी अपतटीय तेल और गैस उद्योग को सेवाएं प्रदान करती है । इसका बाज़ारी पूंजीकरण 822.69 करोड़ रूपये है एवं वर्तमान में इसके शेयर में अपने पिछले बंद 206.0 से 1 प्रतिशत बढ़कर 210.1 रूपये हो गई है ।

इसके नवीनतम शेयरधारिता डेटा को देखने के बाद, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने इस कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 12.82 प्रतिशत तक बढ़ा दी, जिससे यह सितंबर 2023 तिमाही के दौरान ‘शून्य’ हिस्सेदारी से दिसंबर 2023 तिमाही के दौरान 12.82 प्रतिशत होल्डिंग तक बढ़ गई है।

अगर इस कंपनी का पिछले एक साल का प्रदर्शन देखे तो कंपनी के स्टॉक ने अपने धारकों को 1700 प्रतिशत तक का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है, यानी अगर किसी व्यक्ति ने इस कंपनी में 1 लाख रूपया इनवेस्ट किया है तो उसे 18 लाख़ रूपये का रिटर्न मिलेगा ।

Written By – Uddeshya Agrawal

ज़रूरी सूचना –

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