सोमवार के कारोबारी सत्र में बीएसई पर इस स्मॉल-कैप मेटल स्टॉक की शेयर कीमत लगभग 4.21 प्रतिशत बढ़कर 666.95 रुपये हो गई, जबकि कंपनी के बोर्ड ने विशेष लाभांश घोषित किया और इथेनॉल व्यवसाय में 200 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी। सोमवार के कारोबारी सत्र में बीएसई पर इस स्मॉल-कैप मेटल स्टॉक की शेयर कीमत लगभग 4.21 प्रतिशत बढ़कर 666.95 रुपये हो गई, जबकि कंपनी के बोर्ड ने विशेष लाभांश घोषित किया और इथेनॉल व्यवसाय में 200 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी है।
बाजारी पूंजीकरण 3,485.44 करोड़ रूपये के साथ इंडियन मेटल्स एंड फेरो अलॉयज लिमिटेड (INDIAN METALS & FERRO ALLOYS LTD.) के शेयर्स बाजार में 0.94 प्रतिशत की बढ़त के साथ 646 रूपये पर चल रहे हैं।
कंपनी ने पिछले एक साल में लगभग 125.8 प्रतिशत मल्टीबैगर रिटर्न और पिछले छह महीनों में लगभग 55.3 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। 2024 में अब तक इसने करीब 25.6 फीसदी का पॉजिटिव रिटर्न दिया है।
स्टॉक एक्सचेंजों पर हालिया फाइलिंग के अनुसार, कंपनी के निदेशक मंडल ने 31 मार्च 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए 10 रुपये के प्रत्येक इक्विटी शेयर पर 15 रुपये के विशेष लाभांश की घोषणा की।
पात्र शेयरधारकों के लिए विशेष लाभांश प्राप्त करने की रिकॉर्ड तिथि 8 अप्रैल 2024 होगी और भुगतान 27 अप्रैल 2024 को या उससे पहले किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, आईएमएफए (IMFA) के बोर्ड ने इथेनॉल व्यवसाय और इससे संबंधित उत्पादों में अनुमानित 200 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी।
इसके साथ ही, बोर्ड ने बीएसई और एनएसई से इंडियन मेटल्स एंड फेरो अलॉयज लिमिटेड और उनके संबंधित शेयरधारकों के साथ उत्कल कोल लिमिटेड (यूसीएल) के समामेलन की योजना को वापस लेने की भी मंजूरी दे दी है।
आईएमएफए ने यूसीएल को कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बनाने के लिए इसके शेष शेयरों का अधिग्रहण करने की योजना बनाई है। वर्तमान में, कंपनी के पास यूसीएल में 79.2 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
बोर्ड ने अपनी सहायक कंपनी, उत्कल कोल लिमिटेड को जारी किए गए 110.75 करोड़ रुपये के ऋण पर संदिग्ध ब्याज आय को बट्टे खाते में डालने और यूसीएल में कंपनी द्वारा किए गए निवेश मूल्य के मुकाबले 111.42 करोड़ रुपये के हानि प्रावधान के लेखांकन को मंजूरी दे दी है।
अगर वित्तीय संदर्भ में बात करे तो, इस कंपनी का आपरेशनल राजस्व सालाना आधार पर लगभग 9.7 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2022-2023 की तीसरी तिमाही में 624 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-2024 की तीसरी तिमाही में 685 करोड़ रुपये हो गया। इसके अलावा, इनका शुद्ध लाभ भी सालाना 890.9 प्रतिशत बढ़ गया, जो वित्त वर्ष 2022-2023 की तीसरी तिमाही में 11 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-2024 की तीसरी तिमाही में 109 करोड़ रुपये हो गया।
दिसंबर 2023 तक, एफआईआई के पास 2.93 प्रतिशत शेयर हैं, जबकि डीआईआई के पास कंपनी में 0.1 प्रतिशत शेयर हैं, जो कुल मिलाकर संस्थागत हिस्सेदारी का 3.03 प्रतिशत है।
1961 में स्थापित, इंडियन मेटल्स एंड फेरो अलॉयज लिमिटेड कंपनी भारत में फेरो क्रोम और व्यापक क्रोम अयस्क खनन पथों का सबसे बड़ा उत्पादक है। ये कंपनी का फेरो क्रोम आउटपुट मुख्य रूप से कोरिया, चीन, जापान और ताइवान को निर्यात किया जाता है।
Written By – Uddeshya Agrawal
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