आयात प्रतिस्थापन, स्वदेशीकरण और निर्यात वृद्धि पर सरकार के फोकस ने रक्षा उद्योग को काफी बढ़ावा दिया है, जिससे भारत के रक्षा उद्योग के कारोबार में 15 प्रतिशत चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) हुई है।

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यहां रक्षा क्षेत्र के कुछ ऐसे स्टॉक्स हैं जिनमें विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई)/विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में अपनी हिस्सेदारी 6.08 प्रतिशत तक बढ़ा दी है।

डेटा पैटर्न (भारत) (Data Patterns (India))

बाज़ारी पूंजीकरण 16,380.91 करोड़ रूपये कं साथ डेटा पैटर्न (भारत) लिमेटेड के शेयर्स अपने पिछले बंद भाव 2,794.95 रूपये से 4.69 प्रतिशत की बढ़त के साथ 2926 रूपये पर चल रहे है।

वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में, विदेशी संस्थागत निवेशक/विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक ने अतिरिक्त 7.82 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदकर डेटा पैटर्न्स (इंडिया) लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी 6.74 प्रतिशत से बढ़ाकर 14.56 प्रतिशत कर दी है।

वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही तक, डेटा पैटर्न्स (इंडिया) के पास 43 प्रतिशत विकास ऑर्डर, 55 प्रतिशत उत्पादन ऑर्डर और 1 प्रतिशत सेवा ऑर्डर के साथ 1,009 करोड़ रुपये की मजबूत ऑर्डर बुक है।

इसका ऑपरेशनल राजस्व वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 112 करोड़ रुपये से 25 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 140 करोड़ रुपये हो गया, साथ ही इनका मुनाफा 33 करोड़ रुपये से बढ़कर 51 करोड़ रुपये हो गया है।

डेटा पैटर्न्स (इंडिया) लिमिटेड एक एकीकृत रक्षा और एयरोस्पेस इलेक्ट्रॉनिक्स प्रदाता है जो स्वदेशी रूप से विकसित रक्षा उत्पाद उद्योग को सेवाएं प्रदान करता है। यह इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उत्पाद, रडार, रडार उपप्रणाली, परीक्षण प्रणाली, नौसेना प्रणाली, प्रोसेसर और बहुत कुछ प्रदान करता है।

भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (Bharat Heavy Electricals Ltd.)

बाज़ारी पूंजीकरण 89,262.69 करोड़ रूपये कं साथ भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमेटेड के शेयर्स अपने पिछले बंद भाव 254.45 रूपये से 0.71 प्रतिशत की बढ़त के साथ 256.25 रूपये पर चल रहे है।

वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में, विदेशी संस्थागत निवेशक/विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक ने अतिरिक्त 1.72 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदकर भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी 7.04 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.76 प्रतिशत कर दी है।

वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही तक भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स के पास 1,08,618 करोड़ रुपये की मजबूत बकाया ऑर्डर बुक है, जिसमें से 70 प्रतिशत बिजली क्षेत्र से, 26 प्रतिशत औद्योगिक क्षेत्र से और 4 प्रतिशत निर्यात से है।

इसका ऑपरेशनल राजस्व वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 5,263 करोड़ रुपये से 4.57 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 5,504 करोड़ रुपये हो गया, साथ ही 42 करोड़ रुपये के मुनाफा के साथ इनको 149 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) महारत्न सीपीएसई है और भारत की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग और विनिर्माण कंपनियों में से एक है जो मुख्य क्षेत्रों के लिए उत्पादों और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला के डिजाइन, इंजीनियरिंग, निर्माण, परीक्षण, कमीशनिंग और सर्विसिंग में लगी हुई है। अर्थव्यवस्था जैसे बिजली, पारेषण, नवीकरणीय ऊर्जा, उद्योग, आदि में लगी हुई हैं।

भारत अर्थ मूवर्स (Bharat Earth Movers)

बाज़ारी पूंजीकरण 14,460 करोड़ रूपये कं साथ भारत अर्थ मूवर्स लिमेटेड के शेयर्स अपने पिछले बंद भाव 3,440.05 रूपये से 0.98 प्रतिशत की बढ़त के साथ 3,473.90 रूपये पर चल रहे है।

वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में, विदेशी संस्थागत निवेशक/विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक ने अतिरिक्त 9.12 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदकर भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी 9.91 प्रतिशत से बढ़ाकर 0.79 प्रतिशत कर दी है।

वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही तक भारत अर्थ मूवर्स के पास 12,230 करोड़ रुपये की मजबूत बकाया ऑर्डर बुक है।

इसका ऑपरेशनल राजस्व वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 1,037 करोड़ रुपये से 0.96 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 1,047 करोड़ रुपये हो गया, साथ ही इनको 66 करोड़ रुपये से 48 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ।

भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) खनन और निर्माण उद्योग के लिए भारी अर्थमूविंग उपकरण, रक्षा बलों के लिए वाहन और एल्यूमीनियम वैगन, मेट्रो के लिए कोच और रेलवे के लिए कई अन्य प्रकार के भारी अर्थमूविंग उपकरण के निर्माण और आपूर्ति के व्यवसाय में लगी हुई है।

गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (Garden Reach Shipbuilders & Engineers)

बाज़ारी पूंजीकरण 9,952.85 करोड़ रूपये कं साथ गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमेटेड के शेयर्स अपने पिछले बंद भाव 870.15 रूपये से 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 868.85 रूपये पर चल रहे है।

वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में, विदेशी संस्थागत निवेशक/विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक ने अतिरिक्त 2.86 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदकर गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स में अपनी हिस्सेदारी 3.26 प्रतिशत से बढ़ाकर 0.39 प्रतिशत कर दी है।

इसका ऑपरेशनल राजस्व वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 699 करोड़ रुपये से 32.04 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 923 करोड़ रुपये हो गया, साथ ही इनका 64 करोड़ रुपये का मुनाफा 88 करोड़ रुपये हो गया।

गार्डन रीच शिपबिल्डर्स लिमिटेड एक जहाज निर्माण कंपनी है जो भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल की जहाज निर्माण आवश्यकताओं को पूरा करती है। यह वाणिज्यिक जहाजों और इंजन उत्पादन गतिविधियों के निर्माण और इंजीनियरिंग में लगा हुआ है। यह मुख्य रूप से रक्षा क्षेत्र के लिए युद्धपोतों/जहाजों के निर्माण में लगा हुआ है।

Written By – Uddeshya Agrawal

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