बुनियादी ढांचा निवेश “वास्तविक संपत्ति” का एक रूप है, जिसमें पुलों, सड़कों, राजमार्गों और ऊर्जा प्रणालियों जैसी भौतिक संपत्तियां शामिल हैं। ये निवेश किसी देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं और स्थिर और अनुमानित नकदी प्रवाह की पेशकश के लिए जाने जाते हैं, जिससे वे निवेशकों के लिए आकर्षक बन जाते हैं।

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इंटरम बजट 2024 में इन्फ्रास्ट्रचर स्टॉक के प्रति सकारात्मक रवैया रहा है, जिससे उसके विकास में बहुत सहायता मिली है। सरकार ने लगातार चौथे साल पूंजीगत व्यय को 11.1 प्रतिशत बढ़ाकर 11.11 लाख करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया है।

नीचे सूचीबद्ध एक उच्च ऑर्डर बुक के साथ ऐसे इन्फ्रास्ट्रक्चर स्टॉक हैं जैसे :

ऐन.सी.सी लिमेटेड़

बाज़ारी पूंजीकरण 13,781 करोड़ रूपये के साथ ऐन.सी.सी. के शेयर आज गुरूवार को अपने पिछले बंद भाव 222.2 रूपये से 1.94 प्रतिशत बढ़कर 226.5 रूपये पर चल रहा है।

अगर दिसंबर 2023 की बात करे तो कंपनी के पास रु.57,440 करोड़ की डायवर्सिफाइड ऑर्डर बुक है. कंपनी को भवनों के निर्माण के लिए अपने 33 प्रतिशत ऑर्डर प्राप्त हुए और शेष 67 प्रतिशत ऑर्डर परिवहन, जल और रेलवे, इलेक्ट्रिकल, खनन, सिंचाई और अन्य क्षेत्रों से प्राप्त हुए।

अगर इनके ताजा वित्तीय विवरण पर नजर डालें तो सितंबर तिमाही के दौरान कंपनी का राजस्व 11 प्रतिशत बढ़कर 5,260 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो सितंबर तिमाही में 4,720 करोड़ रुपये था। इसके अलावा, इसी समय सीमा के दौरान इनका शुद्ध लाभ 86 करोड़ रुपये से 168 प्रतिशत बढ़कर 231 करोड़ रुपये हो गया।

एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड

बाज़ारी पूंजीकरण 22,419 करोड़ रूपये के साथ इस कंपनी के शेयर आज गुरूवार को अपने पिछले बंद भाव 130.6 रुपये से 4.98 प्रतिशत बढ़कर 137.1 रूपये चल रहे हैं।

नवंबर 2023 तक, कंपनी की कंसोलिडेटेड ऑर्डर बुक ₹55,300 करोड़ है. हाल ही में, एनबीसीसी (इंडिया) को अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एचएससीसी (इंडिया) के माध्यम से केंद्रीय अनुसंधान योग और प्राकृतिक चिकित्सा परिषद से 76.62 करोड़ रुपये का ऑर्डर प्राप्त हुआ हैं।

दिलीप बिल्ड़कॉन लिमेटेड़

बाज़ारी पूंजीकरण 5,673.87 करोड़ रूपये के साथ इस कंपनी के शेयर आज गुरूवार को अपने पिछले बंद भाव 455 रूपये से 0.02 प्रतिशत बढ़कर 455.1 प्रतिशत पर चल रहे हैं।

31 दिसंबर 2023 तक, कंपनी के पास विविध ऑर्डर बुक में 21,842 करोड़ रुपये है 8 वर्टिकल से। अधिकांश ऑर्डर सड़कों और राजमार्ग निर्माण के लिए प्राप्त हुए थे, जो ऑर्डर बुक का 33 प्रतिशत है और शेष 67 प्रतिशत ऑर्डर सिंचाई, मेट्रो, जल आपूर्ति, सुरंगों, हवाई अड्डों, खनन और विशेष पुलों और शहरी विकास के लिए प्राप्त हुए थे।

अगर इनके ताजा वित्तीय विवरण पर नजर डालें तो दिसंबर तिमाही के दौरान इनकी कंपनी का राजस्व 1 प्रतिशत बढ़कर 2,849 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो सितंबर तिमाही में 2,877 करोड़ रुपये था। इसके अलावा, इसी समय सीमा के दौरान इनका शुद्ध लाभ 73 करोड़ रुपये से 55 प्रतिशत बढ़कर 113 करोड़ रुपये हो गया है।

Written By – Uddeshya Agrawal

जरूरी सूचना

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