सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) बैंक स्टॉक भारत में सरकारी स्वामित्व वाले बैंकिंग क्षेत्र का एक हिस्सा हैं। ये बैंक भारत सरकार द्वारा समर्थित हैं, जो निवेशकों को सुरक्षा की भावना प्रदान करते हैं। अगर हम दूर पीएसयू बैंकों के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण से देखे तो यह आशाजनक प्रतीत होता है, क्योंकि वे देश के वित्तीय परिदृश्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं, खासकर तब, जब भारत की अर्थव्यवस्था बढ़ एवं विकसित हो रही है।

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अभी हाल में ही पीएसयू बैंक ने वैश्विक सूचकांकों में बुनियादी सिद्धांतों और नीतिगत सुधारों में सुधार किया है जिससे,  इन शेयरों में दीर्घकालिक निवेश पर करने का यह एक उपयुक्त समय है :

8 फरवरी को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने छठी बार रेपो रेट 6.5 प्रतिशत में कोई भी बदलाव नहीं किया है जिसकी वजह से इन स्टॉकस में निवेश के अवसर बढ़ गए हैं।

नीचे कुछ ऐसे ही मल्टीबैंगर पीएसयू स्टॉकस जो भारत सरकार द्वारा आयोजित किए जाते हैं :

पंजाब एंड़ सिन्ध बैंक

इस बैंक का बाजारी पूंजीकरन 34,336 करोड़ रूपये है इनके शेयर आज सोमवार के दौरान अपने पिछले बंद भाव 62.75 रूपये से 5.78 प्रतिशत टूटकर 66.6 रूपये पर चल रहे हैं।

इन्होनें अपने शेयरधारको को एक साल में 139 प्रतिशत का मलटीबैंगर रिटर्न भी दिया है इसका मतलब अगर किसी ने एक साल पहले इधर 1 लाख रूपये  इनवेस्ट किया होगा तो आज वो 2.30 लाख रूपये बन गया होगा।

अगर कंपनी के नवीनतम वित्तीय विवरण पर आऐ तो इनका , नेट इंटरेस्ट इनकम (एनआईआई) सितंबर तिमाही के दौरान 675 करोड़ रुपये से लगभग 10 प्रतिशत बढ़कर दिसंबर तिमाही में 739 करोड़ रुपये हो गई। इसके विपरीत, इसी अवधि के दौरान इनका शुद्ध लाभ 189 करोड़ रुपये से लगभग 40 प्रतिशत घटकर 114 करोड़ रुपये हो गया।

इनके नवीनतम शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार, प्रमोटर्स या भारत सरकार की 98.25 प्रतिशत हिस्सेदारी है, एफआईआई के पास 0.01 प्रतिशत शेयर हैं, डीआईआई के पास 0.65 प्रतिशत हिस्सेदारी है और शेष 1.09 प्रतिशत शेयर खुदरा निवेशकों के पास हैं।

सैंट्रल बैंक ऑफ इंडिया

इस बैंक का बाजारी पूंजीकरन 47,397 करोड़ रूपये हैं। इनके शेयर आज सोमवार के दौरान अपने पिछले बंद भाव 68.0 रूपये से 6.4 प्रतिशत की गिरावट के साथ 63.65 रूपये पर चल रहे हैं।

इन्होनें अपने शेयरधारको को एक साल में 144 प्रतिशत का मलटीबैंगर रिटर्न भी दिया है इसका मतलब अगर किसी ने एक साल पहले इधर 1 लाख रूपये  इनवेस्ट किया होगा तो आज वो 2.44 लाख रूपये बन गया होगा।

अगर कंपनी के नवीनतम वित्तीय विवरण पर आऐ तो इनका , नेट इंटरेस्ट इनकम (एनआईआई) सितंबर तिमाही में 3,028 करोड़ रूपये से 4 प्रतिशत बढ़कर दिसबंर तिमाही में 3,125 करोड़ रूपये हो गया है एवं इनका शुद्ध लाभ 605 करोड़ से 20 प्रतिशत बढ़कर 718 करोड़ रूपये हो गया है।

 इनके नवीनतम शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार, प्रमोटर्स या भारत सरकार की 93.08 प्रतिशत हिस्सेदारी है, एफआईआई के पास 0.07 प्रतिशत शेयर हैं, डीआईआई के पास 2.79 प्रतिशत हिस्सेदारी है और शेष 4.04 प्रतिशत शेयर खुदरा निवेशकों के पास हैं।

इंडियन ओवरसीज बैंक

इस बैंक का बाजारी पूंजीकरन 87,083 करोड़ रूपये हैं । इनके शेयर आज सोमवार को अपने पिछले बंद भाव 71.1 रूपयें से 8.65 प्रतिशत की गिरावट के साथ 64.95 रूपये पर चल रहे हैं।

इन्होनें अपने शेयरधारको को एक साल में 160 प्रतिशत का मलटीबैंगर रिटर्न भी दिया है इसका मतलब अगर किसी ने एक साल पहले इधर 1 लाख रूपये  इनवेस्ट किया होगा तो आज वो 2.60 लाख रूपये बन गया होगा।

अगर कंपनी के नवीनतम वित्तीय विवरण पर आऐ तो इनका , नेट इंटरेस्ट इनकम (एनआईआई) सितंबर तिमाही में 2,346 करोड़ रूपये से 2.21 प्रतिशत बढ़कर दिसबंर तिमाही में 2,398 करोड़ रूपये हो गया है एवं इनका शुद्ध लाभ 625 करोड़ से 20 प्रतिशत बढ़कर 723 करोड़ रूपये हो गया है।

इनके नवीनतम शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार, प्रमोटर्स या भारत सरकार की 96.38 प्रतिशत हिस्सेदारी है, एफआईआई के पास 0.03 प्रतिशत शेयर हैं, डीआईआई के पास 1.29 प्रतिशत हिस्सेदारी है और शेष 2.28 प्रतिशत शेयर खुदरा निवेशकों के पास हैं।

Written By – Uddeshya Agrawal

जरूरी सूचना

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