मंगलवार की सुबह के सत्र में बीएसई पर इस मिड-कैप फार्मा स्टॉक का शेयर मूल्य 6.3 प्रतिशत गिरकर 1,745.15 रुपये पर आ गया,जबकि इसका पिछला बंद भाव 1,861.70 रुपये था।
बाजारी पूंजीकरण 29,236.12 करोड़ रूपये के साथ ग्लैंड फार्मा लिमिटेड (Gland Pharma Ltd.) के शेयर्स आज 4.66 गिरावट के साथ 1,775 रूपये पर चल रहे हैं। ये गिरावट 1,590 करोड़ रुपये मूल्य की ऑफलोडिंग की एक ब्लॉक डील के कारण हुआ।
पिछले छह महीनों में इसने लगभग 10.7 प्रतिशत और पिछले एक वर्ष में लगभग 41.8 प्रतिशत का सकारात्मक रिटर्न दिया है। हालांकि, 2024 में अब तक इसने करीब 6.2 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, दो संस्थाओं, निकोमैक मशीनरी प्राइवेट लिमिटेड और आरपी एडवाइजरी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने संभवतः मंगलवार सुबह ब्लॉक डील के माध्यम से ग्लैंड फार्मा में 4.4 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची।
1,590 करोड़ रुपये मूल्य के एक ब्लॉक डील लेनदेन में, ग्लैंड फार्मा के लगभग 90.8 लाख शेयर – या 5.5 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी – बदल गए। संस्थाओं का संबंध ग्लैंड फार्मा के पूर्व-प्रवर्तक डॉ. रवि पेनमेट्सा से है।
इस लेनदेन के साथ, दोनों संस्थाएं बिक्री के माध्यम से 1,400 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर रही हैं, और इसके लिए न्यूनतम कीमत 1,725 रुपये प्रति शेयर तय की है। फ्लोर प्राइस स्टॉक के पिछले बंद भाव से लगभग 7 प्रतिशत की छूट पर है।
बीएसई पर उपलब्ध शेयरहोल्डिंग डेटा के अनुसार, निकोमैक मशीनरी प्राइवेट लिमिटेड के पास दिसंबर 2023 तक दवा कंपनी में 19.56 लाख इक्विटी शेयर थे, जो 1.2 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी का प्रतिनिधित्व करता है। इसके विपरीत, आरपी एडवाइजरी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के पास ग्लैंड फार्मा में लगभग 61.66 लाख इक्विटी शेयर या 3.74 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
इसके अलावा, ग्लैंड फार्मा के पूर्व-प्रवर्तक डॉ. रवि पेनमेत्सा के पास इस कंपनी में लगभग 1 प्रतिशत हिस्सेदारी है।अगर इसके वित्तीय संदर्भ में बात करे तो इस , कंपनी का ऑपरेशनल राजस्व सालाना आधार पर 64.7 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2022-2023 की तीसरी तिमाही में 938 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-2024 की तीसरी तिमाही में 1,545 करोड़ रुपये हो गए है।
हालाँकि, इस कंपनी का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2023-2024 की तीसरी तिमाही में 17.2 प्रतिशत से घटकर 192 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2022-2023 की तीसरी तिमाही में 232 करोड़ रुपये था।
दिसंबर 2023 तक, एफआईआई के पास इसके 4.05 प्रतिशत शेयर हैं, जबकि डीआईआई के पास कंपनी में 24.17 प्रतिशत शेयर हैं, जो कुल मिलाकर संस्थागत हिस्सेदारी का 28.22 प्रतिशत है।
1978 में स्थापित,ये ग्लैंड फार्मा लिमिटेड कंपनी भारत की सबसे बड़ी वैश्विक जेनेरिक इंजेक्शन-केंद्रित कंपनियों में से एक है, जो दुनिया भर के 60 देशों में काम कर रही है।
कंपनी के पास फार्मास्युटिकल अनुसंधान और विकास, विनिर्माण और जटिल इंजेक्टेबल्स के विपणन का अनुभव है। यह बड़े पैमाने पर बिजनेस-टू-बिजनेस (बी2बी) मॉडल के तहत संचालित होता है।
Written By – Uddeshya Agrawal
जरूरी सूचना

ट्रेडब्रेन्स.इन पर निवेश विशेषज्ञों/ब्रोकिंग हाउस/रेटिंग एजेंसियों द्वारा व्यक्त किए गए विचार और निवेश युक्तियाँ उनकी अपनी हैं, न कि वेबसाइट या उसके प्रबंधन की। इक्विटी में निवेश करने से वित्तीय नुकसान का खतरा रहता है। इसलिए निवेशकों को शेयरों में निवेश या व्यापार करते समय उचित सावधानी बरतनी चाहिए। डेलीरेवेन टेक्नोलॉजीज या लेखक इस लेख के आधार पर निर्णय के परिणामस्वरूप होने वाले किसी भी नुकसान के लिए उत्तरदायी नहीं हैं। कृपया निवेश करने से पहले अपने निवेश सलाहकार से परामर्श लें।